बांह कुश्ती: एक रोमांचक खेल के नियमों का गहन अध्ययन Arm wrestling

परिचय

बांह कुश्ती, जिसे आमतौर पर आर्म रेसलिंग के नाम से जाना जाता है। एक प्राचीन खेल है जिसमें एक व्यक्ति की बांह की शक्ति का परीक्षण दूसरे व्यक्ति के खिलाफ किया जाता है। यह खेल शक्ति, तकनीक और मानसिक दृढ़ता का परीक्षण करता है। यह खेल दो खिलाड़ियों के बीच होता है। जो एक टेबल पर खड़े होकर यह बैठकर एक-दूसरे की बांह को नीचे करने का प्रयास करते हैं। बांह कुश्ती की सभी अंतरराष्ट्रीय आयोजनों को वर्ल्ड आर्म रेसलिंग फेडरेशन (WAL) द्वारा निर्धारित किया जाता है।

खिलाड़ियों की संख्या

बांह कुश्ती खेल में खिलाड़ी विभिन्न वजन वर्गों में प्रतिस्पर्धा करते हैं। ताकि मुकाबले निष्पक्ष हों। यह खेल दो खिलाड़ियों के बीच खेला जाता है जो एक दूसरे के हाथ को पूरी ताकत से नीचे गिराने का प्रयास करते हैं। पारंपरिक रूप से यह खेल सभी उम्र के व्यक्तियों द्वारा खेला जाता है। खासकर यह खेल दोस्तों के बीच खेला जाता है जिससे वह आपस में निर्धारित करते हैं कि कौन ज्यादा ताकतवर है। खेल की शुरुआत 700 ईस्वी में जापानियों द्वारा की गई थी।

बांह कुश्ती के नियम
बांह कुश्ती के नियम

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उपकरण

बांह कुश्ती को खेलने के लिए ज्यादा उपकरणों की आवश्यकता नहीं होती है एक ठोस सतह आमतौर पर टेबल से भी खेल को शुरू किया जा सकता है। टेबल की लंबाई 91.4 सेमी तथा चौड़ाई 66 सेमी होती है। तथा फर्श से टेबल के शीर्ष तक की ऊंचाई 101.6 सेमी होती है। इसके अतिरिक्त खेल को अधिक आरामदायक और तकनीकी बनाने के लिए कुछ प्रमुख उपकरणों का प्रयोग किया जाता है जैसे – कोहनी पैड, टच पैड, हैंड ग्रिप्स तथा हाथ का पट्टा आदि। तथा खिलाड़ियों को उचित खेल पोशाक भी पहननी होती है।

खेल का उद्देश्य

बांह कुश्ती खेल का मुख्य उद्देश्य अपने प्रतिद्वंद्वी की बांह को टेबल के टचपैड पर गिराकर खेल को जितना होता है। बांह कुश्ती मुख्य रूप से ताकत का एक खेल है लेकिन यह मनोवैज्ञानिक भी हो सकता है। इसमें खिलाड़ी एक दूसरे को भ्रमित करने का प्रयास करते हैं। जिससे वह खिलाड़ी मानसिक रूप से अपने विरोधी को अत्यधिक ताकतवर मान लेता है और खेल को हार जाता है। यह शक्ति और तकनीक का संयोजन होता है। वर्ल्ड आर्म रेसलिंग फेडरेशन इवेंट्स में भाग लेने के लिए खिलाड़ियों की उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।

बांह कुश्ती के नियम

  • खेल का संचालन दो रेफरी द्वारा किया जाता है जो दोनों खिलाड़ियों की ओर उपस्थित होती हैं जिससे खेल निष्पक्ष रूप से सम्पन्न किया जा सके।
  • बांह कुश्ती खेल का मुकाबला तब शुरू होता है जब दोनों खिलाड़ी अपनी कोहनी को टेबल की सतह पर रखते हैं और एक दूसरे के हाथ को पकड़ लेते हैं।
  • बांह कुश्ती का खेल आमतौर पर प्रमुख हाथ यानी सीधे हाथ से खेला जाता है लेकिन इसे उल्टे हाथ से भी खेला जा सकता है।
  • बांह कुश्ती के मुकाबलों का कोई निश्चित समय नहीं होता है। मुकाबला तब तक चलता है जब तक कि एक खिलाड़ी दूसरे खिलाड़ी की बांह को टेबल के टचपैड पर नहीं गिरा देता।
  • यदि खेल के दौरान एक खिलाड़ी का हाथ टचपैड से हट जाता है या विरोधी खिलाड़ी के हाथ से छूट जाता है तो मैच को रोक दिया जाता है और दूसरे खिलाड़ी को विजेता घोषित कर दिया जाता है।
  • बांह कुश्ती खेल को शुरू करने के लिए विभिन्न उपकरणों की आवश्यकता होती है जिनमें टेबल, कोहनी पैड, टचपैड, प्लेसमेंट, हाथ खूंटे आदि सम्मिलित होते हैं।
  • यह खेल खिलाड़ी पुरुष और महिलाओं दोनों के द्वारा खेला जाता है।
  • बांह कुश्ती खेल को भार वर्गों में विभाजित किया जाता है।
  • खिलाड़ी की जिस हाथ से मुकाबला नहीं होता है उसे खेल के दौरान हैंड ग्रिप पेग पर ही रखना होता है।
  • जो खिलाड़ी अपन विपक्षी खिलाड़ी के हाथ को टचपैड से लगा देता है वह खेल को जीत जाता है।

निष्कर्ष

बांह कुश्ती एक रोमांचक और चुनौतीपूर्ण खेल है जो न केवल शारीरिक ताकत बल्कि मानसिक दृढ़ता का भी परीक्षण करता है। बांह कुश्ती दुनिया भर में अत्यधिक प्रसिद्ध खेल है यह दोस्तों के बीच और परिवार के सदस्यों के बीच में खेला जाता है। इस खेल में खिलाड़ी खुद को मानसिक रूप से विकसित करते हैं। क्योंकि ज्यादातर खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंद्वी को डराने या विचलित करने की कोशिश करते हैं। यह खेल विभिन्न भजन वर्गों में किया जाता है और खेल के निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए दो रेफरी उपस्थित रहते हैं।

FAQ

बांह कुश्ती में कौन से उपकरण आवश्यक होते हैं?

बांह कुश्ती के लिए एक विशेष टेबल, कोहनी पैड, टचपैड, प्लेसमेंट और हैंड पेग की आवश्यकता होती है।

बांह कुश्ती में प्रयोग की जाने वाली टेबल का आकार क्या होता है?

टेबल की लंबाई 91.4 सेमी तथा चौड़ाई 66 सेमी होती है। तथा फर्श से टेबल के शीर्ष तक की ऊंचाई 101.6 सेमी होती है।

बांह कुश्ती का मुख्य उद्देश्य क्या होता है?

बांह कुश्ती खेल का मुख्य उद्देश्य अपने प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी की बांह को टेबल के टचपैड पर गिराकर खेल पर विजयी प्राप्त करनी होती है।

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